राजस्थान सरकार ने बुजुर्गों के लिए एक बहुत ही अच्छी योजना शुरू की है। सरकार ने ऐलान किया है कि राज्य के वरिष्ठ नागरिकों को अब तीर्थ यात्रा के लिए ट्रेन और प्लेन की निशुल्क सुविधा दी जाएगी। यह योजना खासतौर से उन बुजुर्गों के लिए है, जो धार्मिक यात्रा पर जाना चाहते हैं। इस योजना का नाम ‘वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना 2024-25’ रखा गया है।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए तीर्थ यात्रा योजना
यह योजना राजस्थान के बुजुर्गों के लिए शुरू की गई है। इसके तहत राज्य के 60 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को फ्री में तीर्थ यात्रा पर जाने का मौका मिलेगा। यह यात्रा ट्रेन या हवाई जहाज से करवाई जाएगी, और इसके लिए कोई भी शुल्क नहीं लिया जाएगा। इस योजना का लाभ पहले 20,000 बुजुर्गों को मिलता था, लेकिन अब इस संख्या को बढ़ाकर 36,000 कर दिया गया है।
अब, 30,000 वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेन से और 6,000 बुजुर्गों को हवाई जहाज से यात्रा करवाई जाएगी। खास बात यह है कि इस बार राम मंदिर, अयोध्या को भी यात्रा सूची में शामिल किया गया है, जिससे बुजुर्ग इस धार्मिक स्थल के दर्शन भी कर सकेंगे।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के बुजुर्गों को उनके जीवन में धार्मिक स्थलों की यात्रा करने का अवसर प्रदान करना है। बहुत से लोग आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं और तीर्थ यात्रा का खर्च नहीं उठा सकते। इसलिए राज्य सरकार ने यह फैसला किया है कि बुजुर्गों को मुफ्त में ये यात्रा कराई जाएगी। इससे न केवल बुजुर्गों को मानसिक शांति मिलेगी, बल्कि उनका धार्मिक सपना भी पूरा होगा।
योजना के लाभ
इस योजना का लाभ उठाने के लिए राज्य के वरिष्ठ नागरिकों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए राजस्थान के देवस्थान विभाग की वेबसाइट पर जाकर आवेदन किया जा सकता है। योजना के तहत चुने गए बुजुर्गों को पूरी यात्रा मुफ्त में कराई जाएगी, जिसमें उनके ट्रेन या हवाई जहाज का टिकट और अन्य सुविधाएं शामिल होंगी।
यात्रा पर जाने से पहले, आवेदन करने वाले बुजुर्गों को यह प्रमाणपत्र दिखाना होगा कि वे शारीरिक रूप से पूरी तरह से स्वस्थ हैं। इसके लिए चिकित्सा अधिकारी का प्रमाणपत्र साथ में लगाना अनिवार्य है। इस प्रक्रिया से यह सुनिश्चित होगा कि बुजुर्ग यात्रा के दौरान किसी स्वास्थ्य समस्या का सामना न करें।
चयन प्रक्रिया
इस योजना के लिए लाभार्थियों का चयन लॉटरी के माध्यम से किया जाएगा। इसका मतलब यह है कि आवेदन करने वाले सभी बुजुर्गों में से कुछ को लॉटरी द्वारा चुना जाएगा, जिन्हें यह फ्री तीर्थ यात्रा का लाभ मिलेगा। लॉटरी निकालने की प्रक्रिया जिला स्तर पर शुरू की जाएगी, और फिर चुने गए लाभार्थियों की सूची जारी की जाएगी। यह योजना पिछले कई वर्षों से सफलतापूर्वक चल रही है और अब तक 92,000 से अधिक बुजुर्ग इसका लाभ उठा चुके हैं।
यात्रा के लिए चुने गए धार्मिक स्थल
इस योजना के अंतर्गत कई प्रमुख तीर्थ स्थानों की यात्रा कराई जाएगी। बुजुर्ग रामेश्वर-मदुरई, तिरुपति, द्वारका-सोमनाथ, जगन्नाथ पुरी, वैष्णो देवी-अमृतसर, मथुरा-वृंदावन, उज्जैन-ओंकारेश्वर, प्रयागराज-वाराणसी, हरिद्वार-ऋषिकेश, शिखर-पावापुरी, गंगासागर, और कामाख्या जैसे धार्मिक स्थलों की यात्रा कर सकते हैं। इसके अलावा, सरकार ने इस बार राम मंदिर, अयोध्या को भी यात्रा स्थलों की सूची में शामिल किया है, ताकि लोग भगवान राम के मंदिर के दर्शन कर सकें।
बॉर्डर टूरिज्म
इस योजना के अंतर्गत सिर्फ तीर्थ यात्रा ही नहीं, बल्कि बुजुर्गों को बॉर्डर टूरिज्म की सुविधा भी दी जाएगी। यह टूरिज्म बुजुर्गों को भारत की सीमा पर स्थित पर्यटन स्थलों को दिखाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इससे न केवल बुजुर्गों को धार्मिक यात्रा का आनंद मिलेगा, बल्कि वे अपने देश की सीमाओं को भी नजदीक से देख सकेंगे और देश के लिए गर्व महसूस करेंगे।
योजना में आवेदन कैसे करें?
वरिष्ठ नागरिक इस योजना का लाभ उठाने के लिए देवस्थान विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने से पहले, यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि आवेदनकर्ता 60 वर्ष से अधिक आयु का हो और राजस्थान का निवासी हो। आवेदन पत्र भरते समय सभी जरूरी दस्तावेजों को अपलोड करना होगा, जिसमें चिकित्सा अधिकारी द्वारा दिया गया स्वास्थ्य प्रमाणपत्र भी शामिल है।
जो लोग ऑनलाइन आवेदन करने में सक्षम नहीं हैं, वे जयपुर के सहायक आयुक्त के मोबाइल नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। वहां से उन्हें आवेदन प्रक्रिया की पूरी जानकारी दी जाएगी और किसी भी तरह की मदद उपलब्ध कराई जाएगी।
योजना का महत्व
यह योजना बुजुर्गों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि अक्सर उम्र बढ़ने के साथ-साथ आर्थिक स्थिति कमजोर हो जाती है, और लोग अपनी इच्छाएं पूरी नहीं कर पाते। धार्मिक स्थल पर जाना कई लोगों का सपना होता है, लेकिन आर्थिक समस्याओं की वजह से वे वहां नहीं जा पाते। ऐसे में यह योजना उन बुजुर्गों के लिए एक सुनहरा मौका है, जिनके पास तीर्थ यात्रा का खर्च उठाने का साधन नहीं है।
स्वास्थ्य और सुरक्षा
राजस्थान सरकार ने इस योजना के तहत बुजुर्गों की सुरक्षा और स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रखा है। यात्रा पर जाने से पहले बुजुर्गों का स्वास्थ्य प्रमाणपत्र लेना जरूरी है, जिससे यह पता चलता है कि वे यात्रा के लिए सक्षम हैं। यात्रा के दौरान भी बुजुर्गों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा और उन्हें किसी भी तरह की असुविधा नहीं होने दी जाएगी।
निष्कर्ष
‘वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना 2024-25’ राजस्थान के बुजुर्गों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है। इससे न केवल उन्हें धार्मिक स्थलों पर जाने का मौका मिलेगा, बल्कि वे अपने जीवन के इस महत्वपूर्ण समय में शांति और संतुष्टि महसूस करेंगे। योजना के तहत उन्हें ट्रेन या हवाई जहाज से मुफ्त में यात्रा कराई जाएगी, जिससे यह योजना और भी आकर्षक बन जाती है।
अगर आप या आपके परिवार में कोई बुजुर्ग हैं, जो तीर्थ यात्रा करना चाहते हैं, तो इस योजना का लाभ जरूर उठाएं। ऑनलाइन आवेदन करके इस शानदार अवसर का फायदा उठाएं और बुजुर्गों के जीवन में खुशी लाएं।